गोपालदास "नीरज" भारतीय साहित्य के मशहूर कवि एवं गीतकार थे। वे हिंदी भाषा में अपनी शानदार कविता और गीतों के लिए जाने जाते थे।
उन्हें "नीरज" के नाम से भी जाना जाता है। गोपालदास "नीरज" का जन्म 4 जनवरी, 1925 को मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के ग्राम बघेलाखोह के एक छोटे से गाँव में हुआ था।
नीरज की कविताएँ भारतीय साहित्य में अद्भुत मानी जाती हैं और उनकी कविताओं का प्रभाव आज भी लोगों के दिलों में बसा है। उनकी कविताओं में श्रृंगार, भक्ति, वीरता, देशभक्ति और प्रकृति के सौंदर्य का प्रतिबिंब दिखाई देता है। उनके साहित्यिक योगदान ने उन्हें भारतीय साहित्य के महान कवियों में एक विशिष्ट स्थान दिलाया है।
कारवां गुज़र गया, गुबार देखते रहे!
एक कविता रोज़ में आज पढ़िये कवि गोपालदास 'नीरज' की कविता.